जिये जीवन, पल पल में जिये जीवन, पल पल में । विचारशून्यता, जागरूकता, और तन्मयता के, कुछ आध्यात्मिक, पल में, जिये जीवन, पल पल में । चिन्ता, चिन्तन, और स्वप्न के, कुछ वैचारिक, पल में, जिये जीवन, पल पल में । निन्द्रा, मादकता, और मूर्छा के, कुछ अचेतन, पल में, जिये जीवन, पल पल में । जन्म, मृत्यु, और अद्धर्विराम के, कुछ आत्मिक, पल में, जिये जीवन, पल पल में । करूणा, सम्वेदना, और प्रेम के, कुछ हार्दिक, पल में, जिये जीवन, पल पल में । भय, उत्साह, और आत्मविश्वास के, कुछ साहसिक, पल में, जिये जीवन, पल पल में ।

बुढ़ापा जिये जीवन पल पल में संतुष्टि और व्यापार, सब बेकार वसुधैव कुटुम्बकम्

Design By : Author Sarik Khan